डेढ साल पहले भाई की मार से सहमकर वह जबलपुर से घर छोड़कर इंदौर आ गया था, इंदौर के मोहम्मद फैयाज ने उसे वापस घर पहुंचाने में की बड़ी मदद।
डेढ साल पहले भाई की मार से सहमकर वह जबलपुर से घर छोड़कर इंदौर आ गया था, इंदौर के मोहम्मद फैयाज ने उसे वापस घर पहुंचाने में की बड़ी मदद।