Updated: | Mon, 28 Sep 2020 07:06 PM (IST)
Combined Defense Service 2019: इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (यूपीएससी) की सबसे कठिन परीक्षाओं में शामिल कंबाइंड डिफेंस सर्विस (सीडीएस-2019) में शहर से पढ़ाई करने वाले प्रथम चौधरी को ऑल इंडिया 45 रैंक मिली है। प्रथम अब इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून में प्रशिक्षण के लिए जाएंगे।
प्रथम ने बताया कि सीडीएस में पहले रिटर्न टेस्ट होता है। इसमें देशभर से करीब छह लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे। इसमें से 2800 विद्यार्थियों को इंटरव्यू के लिए चयनित किया गया था। हर विद्यार्थी का इंटरव्यू चार से पांच दिन चला। इसमें विद्यार्थियों की क्षमताओं को परखा जाता है।
इसमें साइकोलॉजी, टीम लीडिंग और अन्य तरह की क्षमताएं देखी जाती हैं। इंडियन मिलिट्री एकेडमी देहरादून में इस वर्ष 106 विद्यार्थियों का चयन देशभर से किया गया। इसमें मध्यप्रदेश से तीन विद्यार्थी हैं। जिनमें मेरा नाम भी है। प्रथम धार जिले के सरदारपुर के रहने वाले हैं। वे कहते हैं प्रथम श्रेणी की सेवाओं और मिलिट्री में उच्च पदों पर अब तक गांव से कोई नहीं गया है। प्रथम के पिता रतनलाल चौधरी सरकारी स्कूल में शिक्षक हैं और माता जानकी खेती करती हैं।
देश सेवा करने की ख्वाहिश
प्रथम ने बताया कि इसके पहले भी दो बार सीडीएस की परीक्षा दे चुका हूं, लेकिन सफलता नहीं मिली। फिर भी मैंने मनोबल कम नहीं होने दिया और तीसरी बार की परीक्षा में सफलता मिल गई। मिलिट्री एकेडमी में डेढ़ साल का प्रशिक्षण होगा। वे कहते हैं आर्मी में कर्नल और बिग्रेडियर रैंक के अधिकारी बनने तक का मौका रहता है।
इसके लिए परीक्षा की हर प्रक्रिया में यह भी देखा जाता है कि शारीरिक और मानसिक रूप से प्रतिभागी कितना फिट है। प्रथम ने मुंबई से ग्रेजुएशन किया है और उनकी ख्वाहिश आर्मी में जाकर देश सेवा करने की है।
परीक्षा के विशेषज्ञ कर्नल निखिल दीवानजी ने बताया यूपीएससी की सिविल सर्विसेस परीक्षा में इस बार 182 और सीडीएस में देशभर से 296 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। इससे अंदाजा लगा सकते हैं कि परीक्षा का स्तर काफी कठिन होता है।
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे