Updated: | Sun, 04 Oct 2020 08:43 PM (IST)
Coronavirus Madhya Pradesh News भोपाल (नईदुनिया प्रतिनिधि)। प्रदेश में अब कोरोना की आधी जांच आरटी-पीसीआर तकनीक से की जाएगी। स्वास्थ्य संचालनालय ने इस संबंध में सभी जिलों को आदेश जारी कर दिए हैं। जांच के नतीजे जल्दी मिल सकें, इसलिए विभाग ने यह व्यवस्था की है। चार दिन पहले तक रैपिड किट से हर दिन जांच की क्षमता पांच हजार थी, लेकिन करीब तीन हजार जांच ही की जा रही थी।
अब जांच क्षमता 15030 तक बढ़ाने के बाद रोजाना 12000 से 13000 जांच की जा रही है। 15030 जांच हर दिन आरटी-पीसीआर तकनीक से भी करने का लक्ष्य है। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने बताया कि किसी जिले को दिए गए लक्ष्य से ज्यादा जांचें करना है तो आरटी-पीसीआर की जगह रैपिड एंटीजन किट से ज्यादा जांच की जा सकेंगी।
बता दें कि ‘नईदुनिया’ ने सैंपलिंग कम होने के लेकर दो बार खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने हर दिन 30 हजार जांच करने की बात कही थी। स्वास्थ्य आयुक्त डॉ. संजय गोयल ने कुल सैंपल में 40 फीसद रैपिड एंटीजन से करने निर्देश करीब 15 दिन पहले दिए थे। इसे अब बढ़ाकर 50 फीसद कर दिया गया है।
एनएबीएच अस्पताल भी रैपिड किट से कर सकते हैं जांच
नेशनल एक्रीडिटेशन बोर्ड फॉर हास्पिटल्स (एनएबीएच) से मान्यता प्राप्त अस्पतालों को प्रदेश में रैपिड एंटीजन किट से जांच करने की अनुमति दी गई है। इसका मकसद यह है कि ऑपरेशन या अन्य चिकित्सकीय प्रक्रिया के पहले मरीज की कोरोना की जांच जरूरी हो तो अस्पताल प्रबंधन कर सकें।
रैपिड एंटीजन जांच – इसमें नाक से स्वाब के सैंपल लेकर रैपिड किट से एंटीजन की जांच की जाती है। करीब 15 मिनट में नतीजे सामने आ जाते हैं। रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद अगर मरीज को गंभीर लक्षण रहते हैं तो आरटी-पीसीआर तकनीक से जांच कराने की सलाह दी जाती है।
आरटी-पीसीआर तकनीक – यह जांच लैब में पीसीआर मशीन से की जाती है। रैपिड किट से इसे ज्यादा पुख्ता माना जाता है। इसकी रिपोर्ट दूसरे या तीसरे दिन मिल पाती है।
छह दिन में इतने सैंपलों की हुई जांच
तारीख कुल सैंपल पॉजिटिव 4 अक्टूबर 25226 1720 3 अक्टूबर 24530 1811 2 अक्टूबर 29504 2019 1 अक्टूबर 28631 2041 30 सितंबर 23175 2004 29 सितंबर 18732 1877
Posted By: Hemant Kumar Upadhyay
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