Publish Date: | Sat, 03 Oct 2020 11:46 PM (IST)
नेमावर (नईदुनिया न्यूज)। अगस्त माह में नर्मदा व उसकी सहायक नदियों में आई बाढ़ से कई कच्चे मकान ध्वस्त हो गए थे। बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का मुख्यमंत्री ने दौरा किया था व शासन स्तर से सहयोग देने की बात कही थी। इसके बाद कई प्रभावितों को मुआवजा भी मिला, लेकिन अभी भी ग्रामीण क्षेत्र में कई लोग मुआवजे से वंचित है। इन्हें एक माह बाद भी मुआवजा नहीं मिल सका है। ग्राम मंडलेश्वर के बाढ़ पीड़ित सुंदरलाल केवट, दीपचंद, मनोहर, महिपाल, श्रीकिशन ने बताया कि बाढ़ में हमारे मकान ध्वस्त हो गए। हम लोगों ने जैसे-तैसे जान बचाई। एक माह से स्कूल में रह रहे हैं। अब स्कूल खुलने वाले हैं तो कहां जाएंगे। इस गांव के 10 परिवार अन्य भी है, जो सहायता का इंतजार कर रहे हैं। इन्हें शासन की ओर से 50 किलो गेहूं के अलावा कुछ नहीं मिला।
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नेशनल हाइवे पर रहता है मवेशियों का जमावड़ा
नेमावर। नगर के थाना परिसर के सामने से निकले नेशनल हाइवे पर सैकड़ों की संख्या में आवारा मवेशियों का जमावड़ा बना रहने से वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। दो पहिया वाहन चालक पशुओं के इधर-उधर दौड़ते रहने से कई बार दुर्घटना का शिकार भी हो जाते हैं। नागरिकों ने नगर परिषद से मांग की है कि आवारा मवेशियों को नगर के बाहर छोड़ा जाएं। साथ ही पशु मालिकों पर भी कार्रवाई की जाएं।
03 डीईडब्लयू 07ः नेमावर के नेशनल हाइवे पर मवेशियों के कारण बाधित होता आवागमन।-नईदुनिया
Posted By: Nai Dunia News Network
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