इंदौरएक मिनट पहले
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विजयनगर पुलिस ने एमवाय पहुंचकर जानकारी जुटाई को कहानी सामने आई।
- कंट्रोल रूम को सूचना मिली थी कि एक लड़के को कोई हाथ-पैर बांधकर बायपास पर छोड़ गया है
- नाबालिग मूल रूप से गुना का रहने वाला है, वह यहां अपनी बहन और छोटे भाई के साथ रहता है
घर में चावल कम बना था तो बहन ने छोटे भाई को खाने के लिए दे दिया। इस पर बड़ा भाई गुस्सा हो गया और वह लिफ्ट लेकर बायपास पर पहुंच गया। वहां जब घर लौटने के लिए कोई साधन नहीं मिला तो उसने किसी राहगीर को अपने अपहरण की कहानी बता दी। आनन-फानन में पुलिस पहुंची और उससे पूछताछ की तो यह बात सामने आई।
शुक्रवार सुबह पुलिस कंट्रोल रूम में राहगीर ने सूचना दी कि एक लड़के को किसी ने हाथ-पैर बांधकर यहां छोड़ दिया है। बेसुध हालत में पड़े नाबालिग ने राहगीरों को बताई थी कोई उसे यहां छोड़कर गया है। तत्काल भंवरकुआं थाने की एफआरवी वैन वहां पहुंची। पुलिस कर्मियों ने लड़के की हालत देखकर एम्बुलेंस बुलाई। साथ ही तेजाजी नगर पुलिस को सूचना दी। एम्बुलेंस से छात्र को एमवायएच भेजा गया। वहां तेजाजी नगर पुलिस ने जानकारी ली और फिर बिना कोई पूछताछ के मामला विजय नगर थाने का बता दिया।
विजय नगर टीआई तहजीब काजी को बाद में जानकारी लगी। उन्होंने तत्काल टीम के एमवायएच भेजा। वहां लड़के से पूछताछ हुई तो पता चला कि वह घर से गुस्सा होकर वहां पहुंच गया था। वह मूल रूप से गुना का रहने वाला है। यहां अपनी बहन व छोटे भाई के साथ रहता है। रात को चावल कम बने थे। छोटा भाई और वह दोनों चावल खाना चाहते थे। बहन ने कहा कि छोटे को दे दे, तुझे कल दे दूंगी। इस पर वह गुस्सा हुआ और रिंग रोड से लिफ्ट लेकर बायपास पहुंच गया। वहां लगा कि अब घर कैसे जाएगा तो उसने खुद ही अपने अपहरण की कहानी बना दी।