Publish Date: | Wed, 30 Sep 2020 10:41 PM (IST)
शिकंजा : बांग्लादेश से भारतीय सीमा में लड़कियां भेजने वाले दलालों के नाम, मोबाइल नंबर, बैंक खाते और ई-वॉलेट बने अहम सबूत
इंदौर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। अवैध तरीके से बांग्लादेश से भारतीय सीमा में लड़कियां प्रवेश करवाने वाले दलालों के खिलाफ पुलिस को अहम् सबूत हाथ लगे है। आरोपित महिला एजेंट मीना, नोदी, नरुद्दीन और दीपक मंडल के मोबाइल में कईं युवक और युवतियों के मोबाइल नंबर, बैंक खाते और ई-वॉलेट मिलें है। पुलिस इनको भी आरोपित बनाने की तैयारी में है। गिरफ्तारी के लिए केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआइ) और इंटरपोल को शामिल किया जाएगा।
विजय नगर व एमआइजी थाना पुलिस अभी तक 19 लड़कियों को मुक्त करवा चुकी है, जिसमें 11 बांग्लादेशी व आठ पश्चिम बंगाल की लड़कियां शामिल है। सभी को 25 से 75 हजार रुपये में खरीदा गया था। पूछताछ में यह भी सामने आया कि ढाका (बांग्लादेश) में सक्रिय बाबू भाई, नासिरा, शबाना और जीया जैसे दलाल पिछले कईं सालों से गरीब तबके की लड़कियों को भारत में देह व्यापार के लिए बेच रहे है। लड़कियों को अवैध तरीके से सीमा पार करवाई जाती है। उन्हें कई दिनों तक पैदल मार्ग से लाया जाता है। बाद में सुरक्षाकर्मियों से बचाते हुए गंदे नाले और धान के खेतों से भारत भेज देते है। पहले मुंबई के वसई, कमाठीपुरा जैसे इलाकों में उनकी ट्रेनिंग होती है। बाद में लड़कियों को विभिन्ना शहरों के दलाल खरीद लेते है। आइजी योगेश देशमुख के मुताबिक पुलिस को दलालों के खिलाफ काफी साक्ष्य मिले हैं। केंद्रीय एजेंसी (आइबी) को भी शामिल कर लिया गया है। बांग्लादेश के दलालों के लिए सीबीआइ व इंटरपोल की मदद ली जाएगी। सारे सबूतों के साथ रिपोर्ट तैयार की जा रही है।
पूरे देश में बेची बांग्लादेशी युवतियां
डीआइजी हरिनारायणचारी मिश्र के मुताबिक इंदौर में बरामद लड़कियां तो काफी कम है। लड़कियों ने जो जानकारी दी उसके मुताबिक देश के कई शहरों में इस प्रकार के अड्डे चल रहे है। जहां बांग्लादेश व पश्चिम बंगाल की लड़कियों से देह व्यापार करवाया जा रहा है। इनके कई वॉट्सएप ग्रुप व वेबसाइट है। पुलिस दूसरे शहरों की पुलिस से संपर्क करके लड़कियों को मुक्त करवाने का प्रयास कर रही है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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