Publish Date: | Mon, 28 Sep 2020 10:03 PM (IST)
कॉलम : न्यूट्रीशियन की सलाह
अव्यवस्थित जीवनशैली और असंतुलित खानपान के कारण दुनियाभर में हृदय रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है। भागती-दौड़ती जिंदगी में लोगों को अपने स्वास्थ्य की ओर ध्यान देने का मौका नहीं मिलता, जिसका उन्हें भारी खामियाजा चुकाना पड़ता है। हृदय रोग विशेषज्ञों के अनुसार दिल की बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है। महिलाओं में हृदय रोग की संभावनाएं ज्यादा होती हैं, बावजूद इसके वे इस बीमारी के जोखिमों को नजरअंदाज कर देती हैं। इसलिए विश्व हृदय दिवस लोगों में यह भावना जागृत करता है कि वे हृदय की बीमारियों के प्रति सचेत रहें।
निष्क्रिय जीवनशैली, अत्यधिक तनाव, हाइपरटेंशन, मधुमेह, अधिक धूम्रपान, मोटापा, वसायुक्त भोजन। इसी के साथ ऐसे लोगों को अधिक खतरा होता है जिनका कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड और वीएलडीएल, एलडीएल अधिक होता है। एक अनुमान के अनुसार भारत में 10.2 करोड़ लोग इस बीमारी की चपेट में हैं।
दिल को स्वस्थ रखने के लिए अपनाएं ये उपाय
– धूम्रपान न करें, वर्कआउट, व्यायाम करें, स्वस्थ एवं पौष्टिक आहार ग्रहण करें, शराब का सेवन कम करें, तनाव न लें, डायबिटीज पर नियंत्रण रखें, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की निगरानी करना और अपने वजन को नियंत्रित रखें।
– खाने में संतुलित आहार होने के साथ फाइबर की मात्रा ज्यादा होनी चाहिए।
– मौसम के अनुरूप फलों का सेवन करना चाहिए।
– बाहर का खाना, मैदे से बने पदार्थ खाने से बचना चाहिए।
– प्रति व्यक्ति नमक का सेवन प्रतिदिन 5-6 ग्राम से ज्यादा नहीं होना चाहिए।
– तेल भी बदलते रहना चाहिए ताकि सैचुरेटेड फैट व अनसैचुरेटेड फैट की मात्रा सुरक्षित बनी रहे।
– डॉ रश्मि श्रीवास्तव
आहार विशेषज्ञ
Posted By: Nai Dunia News Network
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे