हाेशंगाबाद4 मिनट पहले
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- महिमा नगर में 5 की जगह 10 हजार बंटे, 7 लाख रु. वितरण में गड़बड़ी हुई
बाढ़ आपदा के नाम पर शहर के करीब 140 पीड़ितों को दो-दो बार राशि बांट दी गई। यह राशि करीब सात लाख रुपए बनती है। सूची का टोटल लगाने पर गलती पकड़ में आई। इसके बाद बैंकों को पत्र भेजकर संबंधितों के खाते होल्ड करा दिए हैं। अब तहसील की टीम संबंधित क्षेत्र में टेबल कुर्सी लगाकर एक-एक पीड़ित को बुलाकर उससे राशि वापस लेने के लिए लिखापढ़ी करा रही है। मामले में अब तक किसी पर कार्रवाई नहीं हुई, अफसर प्रारंभिक तौर पर इसे लिपिकीय त्रुटि बताते रहे। अफसरों का तर्क है कि प्रत्येक पीड़ित के खाते में पांच हजार रु. राहत राशि ट्रांसफर होनी थी। सूची तैयार करने के बाद कॉपी-पेस्ट में कुछ नाम अतिरिक्त चढ़ गए थे। ऐसे करीब 140 नाम थे जिन्हें दो बार में पांच-पांच हजार रु. जारी हो गए। हालांकि, 109 खातों में डबल राशि पहुंची है, इनमें से भी करीब 98 लोगों से हम राशि वापस लाने में कामयाब हैं। तहसीलदार का कहना है कि गलती किससे हुई, इसकी जांच कराई जा रही है।
आईएफएससी काेड गलत होने से ट्रांजेक्शन फेल
फिलहाल जांच में यह भी पाया जा रहा है कि 140 खाताधारकाें में से बहुत से ऐसे खाते हैं जिनमें दाेबारा से राहत राशि पहुंची ही नहीं है। कुछ लाेगाें के बैंक खाताेें के आईएफएससी काेड गलत हाेने और पासबुक में अन्य खामियाें के चलते रुपया ट्रांसफर नहीं हाे पाया है। लेकिन इसकी पुख्ता जानकारी मंगलवार काे सभी बैंकाें से खाताधारकाें के डिटेल मिलने के बाद मिलेगी।
अधिकारियों को ऐसे पकड़ में आया मामला
तहसीलदार निधि चाैकसे ने बताया 26 सितंबर काे मुआवजा राशि के बिल कटे ताे आशंका हुई तो इसकी जानकारी लगी। जल्द मुआवजा देने की जल्दबाजी के कारण भी यह गड़बड़ी हुई। 109 लाेगाें के खाताें में बाढ़ राहत की दाे बार राशि ट्रांसफर हो गई थी। 98 लाेगाें की राशि वापस आ गई है।
सर्वे टीम काे भेजा वार्ड में
बाढ़ उतरने के बाद नपा और प्रशासन की जिस सर्वे टीम ने महिमा नगर में सर्वे कराया था, सर्वे टीम में प्रशासन की ओर से आरआई देवेंद्र सहारिया, अधीक्षक भरत चाैरे, नपा की ओर से माेहनलाल प्रजापति, राजकिशार,आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सरिता साहू, सुनीता मेहरा ने 140 लाेगाें काे नाेटिस देकर उन्हें खाते में दाेबारा राशि आने की जानकारी दी।
यह बताई वजह : अंतिम सूची तैयार करते समय नाम दोबारा हो गए कॉपी
बाढ़ प्रभाविताें के सर्वे के बाद तहसील कार्यालय में वार्डवार सूची तैयार की गई थी। इस सूची के आधार पर मुआवजा राशि निर्धारित कर बाढ़ पीड़िताें के खाताें में रुपए शासन की ओर से ट्रांसफर किए गए। बताया जा रहा है कि महिमानगर वासियाें के खाताें में राहत राशि पहले ट्रांसफर हाे चुकी है लेकिन बचे हुए नामाें की अंतिम सूची तैयार करते समय उक्त नाम दाेबारा से काॅपी हाे गए। इस लिपिकीय त्रुटि के कारण राशि इनके खाताें में पहुंच गई।
जिम्मेदार का पता नहीं, जांच कर रहे हैं
तहसीलदार चाैकसे ने बताया महिमा नगर के बाढ़ प्रभाविताें के खाताें में लिपिकीय त्रुटि की वजह से दाेबारा रुपए ट्रांसफर हुए है। फिलहाल जांच चल रही है अब तक किसी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई है। हमने बैंक तक जानकारी पहुंचा दी है। करीब सभी खाते सील कर दिए हैं। बैंक से रुपए वापस शासन के खाते में लाैट आएगा।
अतिरिक्त आई राशि लाैटा रहे लाेग
जिन लाेगाें के खाताें में दाेबारा बाढ़ राहत की राशि पहुंच गई। हालांकि लाेग भी लाैटाने के लिए आगे आ रहे हैं। महिमा नगर निवासी नारायण प्रसाद नामदेव, बृजेश साहू ने बताया हमारे खाते में दाेबारा रुपए आए हैं। प्रशासन की ओर से हमें नाेटिस मिला हैं। हमने मांगी गई सारी जानकारी दे दी है। अतिरिक्त जाे रुपए रुपए आए हैं उसे वापस कर देंगे।